
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे के लिए जम्मू-कश्मीर पहुंच गए हैं। केंद्रीय गृहमंत्री ने बीजेपी का घोषणापत्र जारी कर दिया है। इस मौके पर जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख रविंदर रैना और पार्टी के अन्य नेता भी म
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पहले यहां डेमोक्रेसी तीन परिवारों में ही सीमित होकर रह गई थी। ना पंचायत चुनाव होते थे, ना तहसील पंचायतें बनती थी, ना जिला पंचायतें होती थीं। भाजपा की सरकार ने ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत और नगर पालिका का चुनाव कराकर पंचायती राज को बहाल करने का काम किया है और लोकतंत्र को प्रस्थापित किया है।
- अमित शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण आरक्षण संभव नहीं था महिलाओं, दलितों और आदिवासियों को अन्याय का सामना करना पड़ा। हालांकि, पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने आरक्षण की शुरुआत की। अब ओबीसी का आरक्षण बढ़ा दिया गया है। वर्षों तक गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी आरक्षण से वंचित रहे और आज हमने मोदी सरकार के तहत इन वर्गों को आरक्षण देना शुरू कर दिया है।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैंने एनसी (नेशनल कॉन्फ्रेंस) का एजेंडा देखा है। मैंने कांग्रेस को भी चुपचाप एनसी के एजेंडे का समर्थन करते देखा है। लेकिन, मैं देश से कहना चाहता हूं कि अनुच्छेद 370 इतिहास है। यह कभी वापस नहीं आएगा और हम ऐसा नहीं होने देंगे। अनुच्छेद 370 वह चीज थी जिसने युवाओं के हाथों में हथियार और पत्थर दिए।
- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर में 10 साल के अंदर लगभग 59 कॉलेजों को मान्यता मिली है। 30 कश्मीर डिविजन में और 29 जम्मू डिविजन में हैं। उन्होंने कहा कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत आओ स्कूल चलें अभियान हमने आगे बढ़ाया है। वहीं, 45 अटल टिंकरिंग लैब्स स्थापित किए हैं।
- अमित शाह ने कहा कि 6 हजार करोड़ की लागत से दो एम्स, आईआईटी, आईआईएम, नीट, यूनानी अस्पताल कई सारे भवन और संस्थान उच्च शिक्षा के लिए यहां खोले हैं।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं आज पूरे देश को स्पष्ट करना चाहता हूं कि धारा 370 इतिहास बन चुकी है। ये कभी नहीं लौट कर आ सकती और हम इसे आने भी नहीं देंगे क्योंकि 370 ही वो कड़ी थी जो कश्मीर में युवाओं को हाथ में हथियार और पत्थर पकड़ाती थी और अलगाववाद की विचारधारा ही युवाओं को विकास की जगह आतंकवाद के रास्ते पर शिफ्ट करती थी।
- अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद से पंडित प्रेम नाथ डोगरा के संघर्ष से लेकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान तक इस संघर्ष को सबसे पहले आगे बढ़ाया। संघ और फिर बीजेपी द्वारा क्योंकि हमारा मानना है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा से भारत का हिस्सा रहा है और रहेगा।
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आजादी के बाद से जम्मू-कश्मीर हमारी पार्टी के लिए महत्वपूर्ण रहा है। हमने हमेशा इस भूमि को भारत के साथ अक्षुण्ण रखने की कोशिश की है। हमारी पार्टी का मानना है कि जम्मू-कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहा है और रहेगा इसलिए। साल 2014 तक, जम्मू-कश्मीर हमेशा अलगाववाद और आतंकवाद की छाया में रहा। जब भी जम्मू-कश्मीर का इतिहास लिखा जाएगा, सभी सरकारों ने राज्य को अस्थिर रखा। 2014 के बाद के ये दस वर्ष राज्य के लिए